मानव कोशिका क्या है ? (What is Human cell in Hindi ?)

 मानव कोशिका क्या है (What is Human Cell in Hindi )

human cell


मानव कोशिका (Cell )

          मानव कोशिका (Cell ) को  लैटिन भाषा शेलुला कहा जाता है  जिसका अर्थ "छोटा कमरा "। सजीवों  के शरीर की कार्यात्मक, संरचनात्मक व मूलभूत इकाई कोशिका है मानव बहुकोशिकीय प्राणी है | कई कोशिकाओं के मिलने से ऊतकों का निर्माण होता है | 

CELL THEORY


                  कोशिका का सिद्धांत (Theory of Cell in Hindi)

             कोशिका  की खोज  सबसे पहले रॉबर्ट हुक ने 1665 में की थी। जीवित कोशिका की खोज                 ल्यूवेन्हॉक ने 1664 में की थी |1839 में श्वान और इलाइट ने अपनी पुस्तक Cytology में इस सिद्धांत               को दिया | 

कोशिका के सिद्धांत के मुख्य बिंदु :-

  • पृथ्वी पर सभी जीव कोशिकाओं से बने होते हैं । वे एककोशिकीय या बहुकोशिकीय हो सकते हैं।
  • कोशिका मानव जीवन की मूलभूत इकाई है।
  • नई कोशिकाएं पुरानी कोशिकाओं के विभाजन से उत्पन्न होती हैं। 


कोशिका सिद्धांत  के आधुनिक संस्करण में नए बिंदु दिए गए हैं जो:-

  • कोशिकाओं के अंदर ही ऊर्जा का संचार होता है।
  •  एक कोशिका से दूसरे कोशिका में आनुवंशिक गुणों  ( डीएनए ) का स्थानांतरण होता है।
  • मानव कोशिकाओं और पादप कोशिकाओं  की मूल रासायनिक संरचना समान नहीं होती है।
  • HUMAN CELL

कोशिका की संरचना (Structure of Cell in Hindi)

1. कोशिका भित्ति-  झिल्ली का एक आवरण होता है  

2. जीव द्रव्य(Protoplasm)- 

               इससे कोशिका अपना भोजन लेती है। इसमें(66%जल, 16%प्रोटीन, 13%वसा, 0.6%कार्बोज, 5.0% खनिज लवण) होता है कोशिका जीवन का भौतिक आधार। कोशिका अलग स्थानों पर अलग-अलग नाम से द्रव्य कला, केंद्र के बीच कोशिकाद्रव्य, केंद्रक झिल्ली के अंदर केंद्रक  द्रव के नाम से जाने जाते है ।

3. कोशा या कोशिका रस(Cytoplasm)-

            कोशिकाभित्ति व केंद्रक के मध्य का भाग होता है । इसमें अर्ध तरल पदार्थ पाए जाते हैं और कई भाग पाए जाते है ।

4.           एंडोप्लाज्मिक रेटीक्यूलम - कोशिका का अंतः प्रदत् जल परिवहन तंत्र।

2.  5.     गॉल्गी बॉडीज- वसा युक्त तरल पदार्थों से भरी थैली।इसकी खोज कैमिलो गाॅल्गी ने की यह पूरे शरीर में ऊर्जा व प्रोटीन का परिवहन करता है।शरीर में ऊर्जा का सन्तुलन बनाता है।शरीर के जिस अंग को ऊर्जा की आवश्यकता अधिक वहाॅ पहुॅचाता है। इसे ऊर्जा के यातायात का साधन भी कहते है।

3.   6.    राइबोसोम-राइबोसोम कोशिका के कोशिका द्रव में उपस्थित बहुत ही सूक्ष्म कण हैं, जो कोशिका के आनुवांशिक तत्वों(डीएनए या आरएनए) की सूचनाओं को प्रोटीन शृंखला में बदल देते हैं।इसकी खोज 1955  में रोमानिया के जीववैज्ञानिक जॉर्ज पेलेड ने की थी ।यह प्रोटीन का संसलेष्ण का कार्य करता है।

4.   7.     सेंट्रोसोम- केवल जन्तु कोशिका में पाया जाता है। कोशिका विभाजन में आवश्यक होता है। मस्तिष्क में नहीं पाया जाता है।केवल मस्तिष्क के गिलियम कोशिका में पाये जाते है । लीवर में अधिक पाया जाता है।

8.     सूत्रकणिका (Maitrochondriya)

              यह गतिशील होते है , स्थान बदलते रहते हैं। आकृति बदलते रहते हैं। कुछ रसों को उत्पन्न करते हैं  चयापचय में सहायक होता है। लाखों की संख्या में पाए जाते हैं। ये भोजन से प्राप्त ऊर्जा का संचालन करते हैं। अत: कोशिका के ऊर्जा गृह,शक्ति गृह या पावरहाउस कहलाते हैं। आकार ½ माइक्रान से 2 माइक्रान तक होता है।इसमें क्रेप्स चक्र चलता जो ATP(ग्लूकोज) का निर्माण करता है।इसकी आन्तरिक दिवार को क्रीप्सी कहते है।

6. न्यूक्लियर मेंबरेंस(केंद्रक झिल्ली)- केंद्रक द्रव्य पर अपारदर्शक झिल्ली के रूप मेंहोती है ।

7. क्रोमोसोम-  

                सूक्ष्म धागे के समान संरचना, कुछ पदार्थ जो जीन कहलाते हैं। यह केंद्रक के अंदर पाया जाता है |इसका आकार S जैसा होता है। इसके तीन भाग होते हैं। उपरी भाग सेटेलाइट, मध्य भाग सेंट्रोमर ,नीचे का भाग टैलीमर कहलाता है। इसका आकार 1माइक्रान से 30 माइक्रान होता है।

8. रसधानियां (Vacuoles) - कोशिका में जल का संतुलन बनाती है। भोजन के उपयोग में सहायक होती हैं।

9.    लाइसोसोम(Lysosomes)- यह गोल थैली की तरह होता है। इसमें हाइड्रोलाटिक पाचक एन्जाइम भरा होता है।कोशिका के पाचन तन्त्र का कार्य करता है । कोशिका के निष्क्रीय हो जाने पर लाइबोसोम फट जाता है और पाचक एन्जाइम कोशिका को नष्ट कर देती है।इसलिये इसे आत्म घाती थैली भी कहते है।

10. केंद्रक या नाभिक (Nucleus)- केन्द्रक  के द्वारा ही कोशिका का नियंत्रण होता है केन्द्रक के अंदर भरे द्रव्य को केंद्रकीय द्रव्य कहते हैं यह प्रोटीन नामक पदार्थ से बना होता है। इसे कोशिका का मस्तिष्क भी कहा जाता है।

                                    क्रोमेटिन---------: कोशिका विभाजन ----------: क्रोमोसोम

                    (न्यूक्लिक अम्ल + जातीय प्रोटीन )

                                न्यूक्लियोप्रोटीन

                     न्यूक्लिक अम्ल-  RNA+DNA

         केन्द्रक के अन्दर क्रोमोसोम – क्रोमोसोम्स के अन्दर DNA -DNA के अन्दर जीन, जीन अनुवांशिकता का आधार,वाहक होता है 

DNA=Dioxy Ribo Nuclic Acid क्रोमेटीन में पाया जाता है। इसकी श्रंखला को पोली न्यूक्लोटाइड कहते हैं। Double Standard

RNA= Ribose Nuclic Acid कोशिका द्रव्य में, Single Standard

CELL


कोशिका विभाजन

                जिस कोशिका का विभाजन होता है वह मदर सेल कहलाती है। विभाजन के बाद पुत्री कोशिका हो  जाती है। कोशिका का विभाजन सेंट्रोसोम करता है । इस क्रिया से घाव भरना, प्रजनन एव क्रमविकास (एवल्यूशन ) ,अनुवांशिकता का स्थनांतरण होता है। 

     कोशिका विभाजन तीन प्रकार से होता है :-

I. असूत्री विभाजन (Amitosis )- यह विभाजन जीवाणु, शैवाल, यीस्ट , अमीबा प्रोटोजोआ में होता है।

II. सम सूत्रीविभाजन (Mistosis) – पहले केंद्र का विभाजन (कैरियोकाइनेसिस) फिर कोशिका द्रव्य का विभाजन होता है। केवल कायिक कोशिका में होता है। इसकी 5 अवस्थाएं होती हैं। 1- इन्टर पेज 2- प्रोफेसर 3- मेटाफेज 4-एनाफेज 5- टेलीफेज ।

III. अर्धसूत्री विभाजन (Miois) - यह विभाजन जनन कोशिकाओं में होता है। इस विभाजन में गुणसूत्रों की संख्या आधी  होती है । इसकी चार अवस्थाएं होती है ।1-एना फेज 2-मेटाफेज 3-एनाफेज 4-टेलीफेज।  पहले केंद्रक दो भागों में बढ़ता है । फिर जीवद्रव्य दो भागों में बंट जाता है। सभी कोशिकाएँ समान गुणों वाली होती हैं। 

Female- Ovum सबसे बड़ी कोशिका

Male- Sperm सबसे छोटी कोशिका

             इनके मिलने से Fertilization – Zygote अण्डा – Embro भ्रूण

             ब्रेन की कोशिका सबसे लंबी कोशिका इस कोशिकाओं का विभाजन नहीं होता हैं।

TYPE OF CELL

कोशिका के प्रकार

I. प्राकैटेरियोटिक ( एक कोशिकीय)-

              यह स्वतंत्र होती है। इनमें केंद्रक या तो नहीं होता है। या अल्प विकसित पाया जाता है। जीवाणु व  सवाल में पायी जाती है। क्लोरोप्लास्ट,गाल्गी बाडीज,  तारककाय, माइट्रोकाइड्रीया नहीं पाया जाता है। डीएनए में हिस्टोन प्रोटीन नहीं होता है

2.      यूकैरियोटिक – 

                 यह बहुकोशिकीय प्राणियों में होता है। पौधे व जन्तु में। केन्द्रक आवरण से ढका रहता है

          मनुष्य के शरीर में पायी जाने वाली कोशिकाएं

1. अस्थि कोशिका

2. संयोजिक कोशिका

3. पेशीय कोशिका

BLOOD CELLS

4. रक्त कोशिकाएं-   1-लाल रक्त कोशिका ,2-श्वेत रक्त कोशिका

5. तन्त्रिका कोशिका

6. त्वचा कोशिका

SHORT TRICK :-


( केन्द्र के नियन्त्रण में राप्रो माॅ शक्ति ने गली गली के सेंटर  विभाजन में लास देखी )

केन्द्रक  = नियन्त्रण कार्य

      राइबोसोम  = प्रोटीन फैक्टरी 

मैट्रोकेन्द्रिया  =  शक्ति फैक्ट्री 

गाल्जिकाय  = यातायात प्रबंधक 

सेन्ट्रोसोम  = कोशिका विभाजन

लाइसोसोम  = आत्मघाती थैली  

FAQ:-

Qus-1- कोशिका का मस्तिष्क किसे कहा जाता है ? 

Ans-     केन्द्रक को कोशिका का मस्तिष्क कहा जाता है |

Qus-2- जीवन का भौतिक आधार किसे कहा गया  है ?

Ans-     जीवद्रव्य को जीवन का भौतिक आधार कहा गया  है |

Qus-3- जनन कोशिकाओं में किस प्रकार का विभाजन होता है ?

Ans-    जनन कोशिकाओं में अर्द्धसूत्री विभाजन  होता है | 

Qus-4- कोशिका का कार्य क्या है ?

Ans-    कोशिका का कार्य वृद्धि तथा चयापचय ,सृजन ,प्रोटीन संस्लेषण का है| 

Note- आपको जिस भी विषय से संबंधित short note चाहिए कृपया कमैंट्स करें  सभी विधार्थियों इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद !



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